Monday, May 21, 2012

महाराज श्री त्रिकामलालजी के बोध

 महाराज श्री त्रिकामलालजी के बोध बड़े ऊँचे है
अभी  मै  वापी  गया  था वहा  सत्संगी  ने मेरे  पिताजी के  द्वारा लिखी लिखी  प्रस्तावना  एवम  भजन  का पारायण   त्रिकं त्रिकम  तत्व  विलास का सुन कर  याद आया भूमा विद्या !!

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