Thursday, July 5, 2012

काल नृत्य देखो !!

काल  नृत्य देखो !! नट राज !!

कबीर तिन लोक पिंजरा 
पाप पुण्य दो जाल
सभी जिव भोजन भये
एक खाने वाला काल !

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